Mark 9:14-29

परेत आतमा (कोंदा आतमा) धरे छोकरा के बने होवई

(मत्ती 17:14-21; लूका 9:37-43)

14जब यीसू अऊ ओकर तीनों चेलामन बाकि चेलामन करा आईन, त देखिन एक भारी भीड़ ओमन के चारों खूंट जुरे रहय अऊ कानून के गुरूमन ओमन के संग बहस करत रहंय। 15यीसू ला देखके मनखेमन चकित हो गीन अऊ ओकर से मिले बर दऊड़े लगिन।

16यीसू ह ओमन ले पुछिस, “तुमन एमन संग का बहस करत हव?”

17भीड़ म ले एक झन जबाब दीस, “हे गुरू, मेंह अपन बेटा ला जऊन म कोंदा आतमा हमा गे हवय, तोर करा लाने रहेंव। 18जब भी ओ आतमा ओला धरथे, ओला भुइयां म पटकथे, अऊ ओकर मुहूं ले झाग निकरथे अऊ दांतमन ला किटकिटाथे अऊ अकड़ जाथे। मेंह तोर चेलामन ला कहेंव कि ओ आतमा ला निकार देवंय, पर ओमन निकारे नइं सकिन।”

19यीसू ह कहिस, “हे अबिसवासी पीढ़ी के मन! कब तक मेंह तुम्‍हर संग रहिहूं, अऊ कब तक तुम्‍हर सहत रहिहूं? ओ छोकरा ला मोर करा लानव।”

20तब ओमन ओ छोकरा ला ओकर करा लानिन। जब ओ आतमा ह यीसू ला देखिस, त तुरते ओह छोकरा ला मुरेरिस। ओ छोकरा ह भुइयां म गिरके घोलड़न लगिस अऊ ओकर मुहूं ले झाग निकरत रहय।

21यीसू ह ओ छोकरा के ददा ले पुछिस, “एला कब ले अइसने होथे?”

ओह कहिस, “लइकापन ले।
22परेत आतमा ह एला मारे बर कभू आगी अऊ कभू पानी म गिराथे। पर कहूं तेंह कुछू कर सकथस, त हमर ऊपर दया करके हमर मदद कर।”

23यीसू ह कहिस, “कहूं तेंह कुछू कर सकथस, एकर का मतलब? का तेंह नइं जानथस कि जऊन ह बिसवास करथे, ओकर बर हर बात हो सकथे।”

24छोकरा के ददा ह तुरते गुलगुला होके कहिस, “मेंह बिसवास करत हंव, परभू! मोर अबिसवास ला दूर करे बर मोर मदद कर।”

25जब यीसू ह देखिस कि भीड़ ह बढ़थे, त ओह परेत आतमा ला दबकारके कहिस, “हे भैंरा अऊ कोंदा आतमा! मेंह तोला हुकूम देवत हंव कि ओम ले निकर जा अऊ ओम फेर कभू झन हमाबे।”

26ओ आतमा ह चिचियाके छोकरा ला अब्‍बड़ मुरेरिस अऊ ओम ले निकर गीस। तब ओ छोकरा ह मरे सहीं हो गे, अऊ बहुंत झन कहन लगिन, “ओह मर गीस।” 27पर यीसू ह ओकर हांथ ला धरके ओला उठाईस अऊ ओह ठाढ़ हो गीस।

28यीसू के घर के भीतर जाय के पाछू, अकेला म ओकर चेलामन ओकर ले पुछिन, “हमन काबर ओ परेत आतमा ला निकार नइं सकेंन?”

29ओह कहिस, “ए किसम के आतमा ह पराथना के छोंड़ अऊ कोनो उपाय ले नइं निकरय।”

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